
अरशद अली, दुर्ग| दुर्ग जिला भाजपा कार्यालय में आयोजित ‘एक राष्ट्र-एक चुनाव’ विषय पर कार्यशाला में सम्मिलित हुए अहिवारा विधायक राजमहंत श्री डोमन लाल कोर्सेवाड़ा यह विषय वर्तमान समय की राजनीतिक, सामाजिक और आर्थिक परिप्रेक्ष्य में अत्यंत प्रासंगिक है। इस कार्यशाला के माध्यम से न केवल विचारों का आदान-प्रदान हुआ, बल्कि सभी जनप्रतिनिधियों और कार्यकर्ताओं ने मिलकर इस विचार को और अधिक मजबूती से आगे ले जाने का संकल्प भी लिया।

‘एक राष्ट्र-एक चुनाव’ की अवधारणा सिर्फ राजनीतिक सुधार नहीं, बल्कि देश को समग्र रूप से एक नई दिशा देने की पहल है। यह न केवल संसाधनों की बचत करेगा, बल्कि बार-बार होने वाले चुनावों के कारण देश में रुकने वाले विकास कार्यों को भी गति देगा। बार-बार आचार संहिता लागू होने से प्रशासनिक कार्यों में जो बाधाएं आती हैं, वह समाप्त होंगी, जिससे योजनाओं का क्रियान्वयन प्रभावी तरीके से हो सकेगा।
आर्थिक दृष्टिकोण से देखें तो प्रत्येक चुनाव पर करोड़ों रुपये का खर्च होता है—चाहे वह संसाधनों पर हो, सुरक्षा बलों की तैनाती पर हो, या प्रशासनिक व्यवस्था पर। यदि पूरे देश में एक साथ चुनाव होते हैं तो इन खर्चों में भारी कमी आएगी, जिससे सरकार इस धनराशि का उपयोग शिक्षा, स्वास्थ्य, अधोसंरचना और अन्य विकास कार्यों में कर सकेगी।
सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि एक साथ चुनाव होने से जनता की भागीदारी भी अधिक होगी। उन्हें बार-बार मतदान केंद्रों पर नहीं जाना पड़ेगा, जिससे मतदान प्रतिशत में वृद्धि होगी और लोकतंत्र की जड़ें और मजबूत होंगी।
इस कार्यशाला में अनेक जनप्रतिनिधियों की उपस्थिति रही दुर्ग विधायक श्री गजेंद्र यादव, वैशालीनगर विधायक श्री रिकेश सेन, साजा विधायक श्री ईश्वर साहू, जिलाध्यक्ष श्री सुरेंद्र कौशिक, भिलाई जिलाध्यक्ष श्री पुरुषोत्तम देवांगन, महापौर श्रीमती अलका बाघमार, पूर्व विधायक श्री साँवलाराम डाहरे, प्रदेश कार्यसमिति सदस्य श्री रवि शंकर सिंह, श्री बालमुकुंद देवांगन, पूर्व महापौर श्रीमती चन्द्रिका चंद्राकर और वरिष्ठ नेता श्री प्रीतपाल बेलचंदन सहित बड़ी संख्या में कार्यकर्ता उपस्थित रहे।
इस ऐतिहासिक पहल को जन-जन तक पहुँचाने और समर्थन जुटाने के लिए हम सबको मिलकर कार्य करना होगा। ‘एक राष्ट्र-एक चुनाव’ एक विकसित भारत की नींव बन सकता है, बशर्ते हम सब इसके महत्व को समझें और इसे साकार करने में अपना योगदान दें।